Sunday, August 16, 2009

Pehli Baar Mohabbat Ki Hai

थोड़े भीगे भीगे से
थोड़े नम हैं हम
कल से सोये वोए भी
तो कम हैं हम

थोड़े भीगे भीगे से
थोड़े नम हैं हम
कल से सोये वोए भी
तो कम हैं हम

दिल ने कैसी हरकत की है
पहली बार मोहब्बत की है
आखिरी बार मोहब्बत की है
पहली बार मोहब्बत की है
आखिरी बार मोहब्बत की है

आँखें डूबी डूबी सी
सुरमई मद्धम, झीलें
पानी पानी है बस
तुम और हम
बात बड़ी हैरत की है
पहली बार मोहब्बत की है
आखिरी बार मोहब्बत की है
पहली बार मोहब्बत की है
आखिरी बार मोहब्बत की है

ख्वाब कि बोझ से
कंपकपाती हुई
हलकी पलकें तेरी
याद आता है सब
तुझे गुदगुदाना, सताना
यूँ ही सोते हुए
गाल पे टीपना, मीचना
बेवजह बेसबब
याद है पीपल कि
जिसके घने साए थे

हमने गिलहरी के झूठे मटर
खाए थे..
यह बरकत उन हज़रात की है

पहली बार मोहब्बत की है
आखिरी बार मोहब्बत की है
पहली बार मोहब्बत की है
आखिरी बार मोहब्बत की है

पहली बार मोहब्बत की है
हो हो हो हो ..
पहली बार मोहब्बत की है
हो हो हो हो ..

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